जब आप किसी विषय पर फिल्म बनाते हैं और फिर उसकी सफलता के बाद उसका सीक्वल बनाते हैं या उसी सब्जेक्ट पर फिल्म बनाते हैं तो अमूमन फिल्म की गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ता है। ऐसी कुछ गिने-चुने फिल्में होती हैं जो अपने पहले भाग से लगातार बेहतर होती चली जाती हैं। निर्देशक रेमो डिसूजा ने 'एबीसीडी' से जो यह सफर शुरू किया, वह अब 'स्ट्रीट डांसर 3 डी ' तक आ पहुंचा हैं। वहीं रेमो ने अपना मापदंड फिल्म दर फिल्म ऊंचा ही किया है।
फिल्म के सारे ही गाने कमाल के हैं और खासकर प्रभु देवा का सिग्नेचर सॉन्ग मुकाबला। कुल-मिलाकर अगर यह बात करें स्ट्रीट डांसर एक यूथ फिल्म है, जिसमें प्यार है, लड़ाई है, झगड़ा है और इससे ज्यादा जरूरी है विश्व स्तरीय डांस। साथ ही यह पैगाम कि सबसे जरूरी चीज है इंसानियत। तमाम सारे खराब हालात के बावजूद जब हिंदुस्तानी पाकिस्तानी मिलकर भूख और गरीबी से लड़ते हैं और उन लोगों को अपने घर वापस जाने के लिए प्रयास करते हैं तो आपको कतई बुरा नहीं लगता, बल्कि खुशी ही होती है।